Sanskrit shlok Arth

Friday, August 20, 2021

अर्थम् महान्तमासाद्य विद्यामैश्वर्यमेव वा श्लोक का अर्थ


                     विदुरनीति:

अर्थम् महान्तमासाद्य विद्यामैश्वर्यमेव वा । 

विचरत्यसमुन्नद्धो य: स पंडित उच्यते ॥


भावार्थ :- जो व्यक्ति विपुल धन-संपत्ति, ज्ञान, ऐश्वर्य, श्री इत्यादि को प्राप्त करके भी अहंकार नहीं करता, वह ज्ञानी कहलाता है। अतः अहंकार से हमें बचना चाहिए।

No comments:

Post a Comment

संस्कृत श्लोक

धनतेरस की शुभकामनाएं

  ॐ नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वंतराये:। अमृतकलश हस्ताय सर्व भयविनाशाय सर्व रोगनिवारणाय।। आप सभी को धनतेरस पर्व की हार्दिक शुभकामना...