रक्षा बंधन की शुभकामनाएं संस्कृत में
येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः।
तेन त्वाम् अभिबध्नामि रक्षे मा चल मा चल॥
अर्थ:- दानवों के महाबली राजा बलि जिससे बांधे गए थे, उसी तरह से यह रक्षा सूत्र तुम्हें बांधती हुं। हे रक्षा ! तुम स्थिर रहना, स्थिर रहना।
मम भ्राता!
प्रार्थयामहे भव शतायु: ईश्वर सदा त्वाम् च रक्षतु।
पुण्य कर्मणा कीर्तिमार्जय जीवनम् तव भवतु सार्थकम् ।।
अर्थ :-
मेरे भैया!
प्रार्थना है की आप सौ साल जियें, ईश्वर सदा आपकी रक्षा करें,
पुण्य कर्मों से कीर्ति अर्जित करें और इस तरह आपका जीवन सार्थक हो।
सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे संतु: निरामया:
ReplyDeleteअर्थ:-
सभी सुखी रहें। सभी स्वस्थ रहें।
रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएं
विक्रम सिंह