Sanskrit shlok Arth

Thursday, September 2, 2021

सूर्य नमस्कार मंत्र


 सूर्य नमस्कार


॥ ॐ ध्येयः सदा सवितृ मण्डल मध्यवर्ती, नारायण सरसिजा सनसन्नि विष्टः 

केयूरवान मकरकुण्डलवान किरीटी, हारी हिरण्मय वपुर् शंख चक्रः ॥


ॐ मित्राय नमः ।

ॐ रवये नमः ।

ॐ सूर्याय नमः।

ॐ भानवे नमः ।

ॐ खगाय नमः।

ॐ पूष्णे नमः ।

ॐ हिरण्यगर्भाय नमः ।

ॐ मरीचये नमः ।

ॐ आदित्याय नमः।

ॐ सवित्रे नमः ।

ॐ अर्काय नमः ।

ॐ भास्कराय नमः ।

ॐ श्रीसवितृसूर्यनारायणाय नमः।


॥ आदित्यस्य नमस्कारन् ये कुर्वन्ति दिने दिने, 

आयुः प्रज्ञा बलं वीर्यं तेजस्तेषांच जायते ॥ 

जो लोग प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करते हैं, उनकी आयु, प्रज्ञा, बल, वीर्य और तेज बढ़ता है।

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संस्कृत श्लोक

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